खून मे ऊबाल वो आज भी खानदानी है दुनिया हमारे शौक की नहीं, हमारे तेवर की दिवानी है!! जिनमे अकेले चलने के हुनर होते है, अंत में उनके पीछे काफिले होते है, भंवर से लड़ो तुंद लहरों से उलझो, कहाँ तक चलोगे किनारे-किनारे. जब किसी की रूह में उतर जाता https://connergqxel.wikibriefing.com/2010335/not_known_facts_about_today_good_morning_image_hindi