वटाधोनिवासं महाट्टाट्टहासं महापापनाशं सदासुप्रकाशम् । पण्डित त्रयोदशी को लावे। ध्यान पूर्वक होम करावे ॥ शिव चालीसा का पाठ पूर्ण भक्ति भाव से करें। प्रगट उदधि मंथन में ज्वाला। जरे सुरासुर भये विहाला॥ महाबीर बिक्रम बजरंगी। कुमति निवार सुमति के संगी।। बिद्यावान गुनी अति चातुर। राम काज करिबे को आतुर।। * https://paxtonuoxee.ka-blogs.com/83081304/shiv-chalisa-lyrics-fundamentals-explained